Nov 21, 2008

Mere Jadugar


आया यु मेरे सामने
की मुझे ही चौक्का दिया
खिल गया है मेरा दिल
जैसे गुलशन में कोई कमल
भर दिया तुने मेरे जीवन मैं नया रंग
अब मिलगई है मेरे सपनों को एक नया मंजिल
एक नई चमक है अब मेरे चेहरे मैं
मैं चलती हूँ ज़मीन पर मगर लगता है हूँ बादलों में
क्या जादू है तेरा जादूगर
है दिन पर लगता है रात मुझे

1 comment:

रवि रतलामी said...

जादूगर - जादूगरनी का कमाल ही ये होता है कि दुनिया सब उलटी पुलटी नजर आती है... :)